लंदन । इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट  द्वारा जारी सूची के अनुसार ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना को 2023 के लिए ‘दुनिया का सबसे रहने योग्य शहर’ बताया गया है। सूची में दुनिया भर के 173 शहरों के नाम शामिल हैं, जिन्हें स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, स्थिरता, बुनियादी ढांचे और पर्यावरण सहित कई महत्वपूर्ण कारकों के आधार पर रैकिंग दी गई है। इसमें भारत के 5 शहर-बेंगलुरु, अहमदाबाद, चेन्नई, नई दिल्ली और मुंबई भी शामिल हैं। 
वियना के बाद डेनमार्क का कोपेनहेगन अपना स्थान बरकरार रखते हुए दूसरे स्थान पर है। ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न और सिडनी भी इस सूची में तीसरे और चौथे स्थान पर हैं। शीर्ष 10 में कनाडा के सबसे अधिक 3 शहर हैं। कैलगरी, वैंकूवर और टोरंटो। दो स्विस शहर भी मोस्ट लिवेबल सिटी में शीर्ष पर हैं, ज्यूरिख छठे स्थान पर है और जिनेवा कैलगरी के साथ सातवें स्थान पर है। जापान के ओसाका ने 10वां स्थान हासिल किया है। 
भारत से बेंगलुरु और अहमदाबाद, चेन्नई के साथ 60वें स्थान से थोड़ा पीछे हैं। नई दिल्ली और मुंबई ने ईआईयू सूची में 60वां स्थान हासिल किया है।  ईआईयू में लिवेबिलिटी इंडेक्स की प्रमुख ने कहा, ‘कोविड से संबंधित प्रतिबंधों को हटाने से 2023 में वैश्विक रहने योग्य स्थिति के लिए अच्छा संकेत मिला है। उन्होंने कहा, ‘एशिया और मध्य पूर्व की विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के शहरों में कुछ उल्लेखनीय सुधारों के साथ, अस्पतालों और स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों पर बोझ कम होने के साथ-साथ बच्चों के स्कूलों में लौटने से शिक्षा मजबूत होकर उभरी है। 
ब्रिटेन की राजधानी लंदन और स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम क्रमशः 12 और 22 स्थान गिरकर 46वें और 43वें स्थान पर पहुंच गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दमिश्क एक दशक से अधिक समय से सूचकांक में सबसे कम रहने योग्य शहर है। कीव, जो खुद को युद्ध से बचाने की कोशिश कर रहा है, वहां भी निचले 10 में शामिल है।