छत्तीसगढ़ के कोरबा में मंगलवार देर शाम एक दवा व्यवसायी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले लिखे सुसाइड नोट में व्यवसायी ने कर्ज से परेशान होकर खुदकुशी करने की बात कही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। मामला दर्री थाना क्षेत्र का है। 

जानकारी के मुताबिक, जमनीपाली के सरदार वल्लबभाई पटेल कॉलोनी निवासी हितेश पांडेय दवाई के थोक व्यवसायी थे। उनकी दुकान घंटाघर क्षेत्र में है। मंगलवार को साप्ताहिक बंदी के चलते दुकानें बंद रहती हैं। इसके चलते हितेश घर में ही थे। शाम को सभी लोग कहीं गए थे। जब वे लौटे तो हितेश का शव कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला। इसके बाद परिवार में चीख-पुकार मच गई। शोर सुनकर आसपास के लोग भी पहुंच गए।

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई। उसने शव को नीचे उतरवाया। वहीं एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें कर्ज से परेशान होने की बात लिखी हुई है। साथ ही लिखा है कि वह दिवालिया हो चुका है। उसके पास मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। सॉरी मां, पापा I Love You, मैं अपने परिवार से बहुत प्यार करता हूं। माफ करना। मेरे परिवार को जरा भी तंग न किया जाए। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर लिया है। 

हितेश के परिवार में उसकी मां, पत्नी और ढाई साल का बेटा है। पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। दो बहने हैं, उनकी भी शादी हो गई है। दर्री सीएसपी रॉबिंसन गुड़िया ने बताया कि घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुची है और जांच कार्यवाही करते हुए सुसाइट नोट बरामद किया गया है। जांच कार्यवाही कि जा रही है  पुलिस बाद में पूछताछ कर कारणों का पता करेगी। फिलहाल जांच जारी है।