संदेशखाली को लेकर हुए स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो सामने आने के बाद से ही टीएमसी, भाजपा पर हमलावर है। दरअसल स्टिंग वीडियो में एक कथित भाजपा नेता ने दावा किया कि संदेशखाली के पीछे भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी हैं। हालांकि भाजपा ने इस वीडियो को फर्जी बताकर खारिज कर दिया और आरोप लगाया कि टीएमसी इस स्टिंग वीडियो से सच्चाई को दबाने की कोशिश कर रही है।संदेशखाली स्टिंग वीडियो पर टीएमसी नेता शशि पांजा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा 'भाजपा जो भी आरोप लगा रही है, उसे साबित करना होगा। हमें नहीं पता कि स्टिंग ऑपरेशन करने वाला व्यक्ति या समूह कौन है, लेकिन सीबीआई जांच कर रही है तो सीबीआई को वीडियो का संज्ञान लेना चाहिए और जो भी जरूरी है, उसे करना चाहिए।'

भाजपा ने आरोप लगाया कि हो सकता है कि एआई तकनीक की मदद से स्टिंग वीडियो तैयार किया गया है। इन आरोपों पर शशि पांजा ने कहा कि 'एआई विशेषज्ञों का कहना है कि एआई बिल्कुल सटीक छवि नहीं बना सकता। भाजपा को लोगों को गुमराह करना बंद करना चाहिए। यह एक सामाजिक मुद्दा होना चाहिए था, लेकिन भाजपा ने इसे राजनीतिक बना दिया।'शशि पांजा ने कहा कि 'भाजपा को माफी मांगनी चाहिए, संदेशखाली में भाजपा हार गई है।' गौरतलब है कि संदेशखाली मामले में दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली दो महिलाओं ने दुष्कर्म होने की बात से इनकार करते हुए अपना केस वापस ले लिया है। स्टिंग वीडियो में दावा किया गया है कि भाजपा के स्थानीय नेताओं ने कई महिलाओं के सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाए थे। टीएमसी नेता शशि पांजा ने कहा कि 'एक महिला ने बताया कि दिल्ली से रेखा शर्मा नाम की एक महिला ने उनसे दुष्कर्म की बात लिखने को मजबूर किया था।