भोपाल। मध्यप्रदेश का चुनावी रण काफी दिलचस्प हो चुका है। भाजपा कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी भी मैदान में ताकत झोंक रही है। उसने मध्यप्रदेश में दिल्ली, गुजरात और पंजाब के नेता उतार दिए हैं। साथ ही पार्टी ने बदलाव पदयात्रा के साथ जनता के बीच पैठ बनाना शुरू कर दिया है। यह यात्रा प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में निकाली जाएगी। आप ने भाजपा और कांग्रेस के असंतुष्ट लेकिन काबिल नेताओं के लिए भी दरवाजे खोल दिए हैं। पार्टी का दावा है हम वोट परसेंटेज नहीं बल्कि चुनाव जीतने के लिए लड़ रहे हैं। दिल्ली में पार्टी के विधायक और एमपी के प्रभारी भूपेंद्र सिंह ने बताया तीन-चार दिन से हमने नया कैंपेन शुरू किया है। हर विधानसभा क्षेत्र में बदलाव पदयात्रा निकाल रहे हैं। पब्लिक रिस्पांस आम आदमी पार्टी के लिए बहुत सकारात्मक है। दिल्ली और पंजाब की उपलब्धियां हम जनता को बता रहे हैं। इसके साथ ही 15-20 साल में उन्हें भाजपा कांग्रेस ने क्या दिया वह भी कर रहे हैं। हमने जनता से अपील की है हमारी सरकार के काम अगर आपको अच्छे लगते हैं तो हमें मौका दीजिए। अगर हमने काम नहीं किया तो दोबारा वोट मांगने नहीं आएंगे। पूरे स्टेट में हमारी टीम बन चुकी है। पंजाब, गुजरात और दिल्ली के नेताओं ने मोर्चा संभाल लिया है।

भाजपा और उसकी अन्य टीम नहीं होंगी कामयाब
आम आदमी पार्टी के प्रचार के उलट कांग्रेस का दावा है मध्य प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार बनाने का मन बना चुकी है। अब भाजपा आए या भाजपा की ए बी सी टीम आप इससे कोई फर्क नहीं पडऩे वाला है। 150 से ज्यादा सीटें जीतकर हम सरकार बनाएंगे। कांग्रेस सरकार की 15 महीने की उपलब्धि और भाजपा का 20 साल कुशासन मुख्य मुद्दा रहने वाला है।

अपने अंदर पहले ही बदलाव कर चुकी है आप
भाजपा ने आप के अभियान पर तंज कसते हुए कहा आम आदमी पार्टी ने बदलाव कैंपेन की शुरुआत बहुत पहले से कर दी है। क्योंकि अन्ना हजारे के कैंपेन में जिन सारे विषयों का जिक्र था जिसमें भ्रष्टाचार से लडऩा, कांग्रेस से लडऩा , गांधी परिवार से लडऩा था वह बदलाव पहले ही आम आदमी पार्टी में हो चुका है। दूसरा बदलाव यह हुआ कि जो स्वयं पर नियंत्रण रखने की बात करते थे उनके मंत्री आज जेल में हैं। भ्रष्टाचार के मामलों में, भ्रष्टाचार और सत्ता लोलुपता में आम आदमी पार्टी पहले ही बदल चुकी है।

अब तक बायपोलर रहा एमपी का इलेक्शन
मध्य प्रदेश के चुनाव अब तक बायपोलर ही रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस को जनता ने खूब मौका दिया है। इन चुनावों में भी दोनों दलों के बीच कड़ा मुकाबला है। लेकिन आम आदमी पार्टी और अन्य दल कांग्रेस भाजपा का चुनावी समीकरण बिगाड़ सकते हैं।