दुनिया को अब मिला 375 वर्षों से गायब 8वां महाद्वीप
लंदन । दुनिया को अब आठवां महाद्वीप भी मिल गया है। लंबी खोज के बाद इसे वैज्ञानिकों ने जीलैंडिया नाम दिया है। गौरतलब है कि अब तक हम दुनिया के 7 महाद्वीपों के बारे में जानते थे, लेकिन वैज्ञानिकों ने अब 8वां महाद्वीप भी खोज निकाला है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह 375 वर्षों से लुप्त था। इस महाद्वीप का नाम जीलैंडिया रखा गया है। यहां इंसानों का जाना मुश्किल है, क्योंकि नया महाद्वीप 94 प्रतिशत पानी के भीतर है। इसमें न्यूजीलैंड के समान ही कुछ मुट्ठी भर द्वीप हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जीलैंडिया 1.89 मिलियन वर्ग मील (4.9 मिलियन वर्ग किमी) का एक विशाल महाद्वीप है, यह मेडागास्कर से लगभग छह गुना बड़ा है। वैज्ञानिकों की टीम ने बताया कि वास्तव में 8 महाद्वीप हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि जीलैंडिया का अध्ययन करना हमेशा से कठिन रहा है। वैज्ञानिक अब समुद्र तल से लाए गए चट्टानों और तलछट के नमूनों के संग्रह का अध्ययन कर रहे हैं, जिनमें से अधिकांश ड्रिलिंग स्थलों से आए हैं।
यहां की सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि जीलैंडिया ऑस्ट्रेलिया के आकार का है। लगभग 23 मिलियन साल पहले, जीलैंडिया का भूभाग पूरी तरह से जलमग्न हो गया होगा। आज, अधिकांश भूभाग (94 प्रतिशत) प्रशांत महासागर के नीचे डूबा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार चट्टान के नमूनों के अध्ययन से पश्चिम अंटार्कटिका में भूगर्भीय पैटर्न का पता चला है। न्यूजीलैंड, जीलैंडिया का सबसे बड़ा हिस्सा है जो समुद्र तल से ऊपर है, इसके बाद न्यू कैलेडोनिया है। कहा जाता है कि इसकी खोज सबसे पहले 1642 में डच व्यापारी और नाविक एबेल तस्मान ने की थी। हालांकि 2017 में वैज्ञानिकों ने इसके अस्तित्व की पुष्टि कर दी थी।