तेहरान । हिजबुल्लाह के लड़ाकों पर हुए इजरायली पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट के बाद ईरान खौफजदा है। ईरानी सेना यानी ईरान रेवोल्यूशनरी गार्ड्स (आईआरजीसी) ने अपने सभी सदस्यों को किसी भी तरह के संचार यंत्र का इस्तेमाल न करने की सलाह दी है।  
इतना ही नहीं खौफ से डरे ईरान ने आईआरजीसी के सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस की जांच शुरू करा दी है। ताकि उनके यहां इस तरह का हमला न हो सके। इसकी जानकारी ईरान के सुरक्षा अधिकारियों ने मीडिया को दी। बताया गया हैं कि ज्यादातर डिवासेस ईरान में ही घरों में बनाए गए हैं। या फिर रूस और चीन से आयात किए गए हैं। आईआरजीसी के सभी जवानों के पास जितने भी गैजेट्स हैं, उन्हें जमा कराकर उनकी बारीकी से जांच की जा रही है। खासतौर से ऊंचे तबके के अधिकारियों और बीच के लेवल के जवानों और अफसरों के संचार यंत्र। ताकि इजरायली एजेंट्स घुसपैठ करके ईरानी सैनिकों के साथ वह हरकत न कर सकें, जो उन्होंने लेबनान-सीरिया में हिजबुल्लाह के लड़ाकों के साथ की थी।