तरनतारन में AAP के बूथ इंचार्ज पर चलीई गोलियां
गांव बालेचक्क से कांग्रेसी सरपंच के पति रंजीत सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर आम आदमी पार्टी (आप) के बूथ इंचार्ज जगदीश सिंह पर गोलियां चलाईं। सूचना मिलते ही थाना सिटी की पुलिस मौके पर पहुंची। जांच दौरान में 7.65 बोर का खाली खोल बरामद किया गया। कांग्रेस से संबंधित महिला सरपंच के पति रंजीत सिंह व उसके साथी निर्मल सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
विधानसभा हलका तरनतारन के गांव बालेचक्क निवासी जगदीश सिंह ने बताया कि वह आप का बूथ इंचार्ज है। वर्ष 2019 से लेकर 2024 तक रंजीत सिंह की मां गुरजीत कौर कांग्रेस की तरफ से सरपंच रही। जबकि बाद में रंजीत सिंह की पत्नी सरपंच बनी।
पंचायत द्वारा मनरेगा की ग्रांटों में कथित तौर पर हेराफेरी की जाती रही। जिस बाबत आप के बूथ इंचार्ज जगदीश सिंह ने पंचायत विभाग को लिखित शिकायत देकर मनरेगा ग्रांटों में जांच मांगी।
बीडीपीओ द्वारा शुरु की जांच में आप के बूथ इंचार्ज जगदीश सिंह ने सबूतों समेत दस्तावेज पेश करते आरोप लगाया कि संबंधित सरपंच द्वारा अपने चहेतों के मनरेगा जॉब कार्ड बनवाकर हेराफेरी की गई है।
शिकायतकर्ता जगदीश सिंह के मुताबिक, 21 जून को महिला सरपंच के पति रंजीत सिंह ने गांव स्तर पर बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप पर धमकी दी कि तुम्हें देख लेंगे। शाम पौने छह बजे जगदीश सिंह अपने ताया के लड़के जगजीत सिंह, दोस्त जगप्रीत सिंह के साथ रेहड़े पर पशुओं का चारा लेने जा रहे थे।
महिला सरपंच के घर के आगे से गुजरते समय आरोपित रंजीत सिंह- गाड़ी (पीबी 46 एएम 4800) पर सवार होकर आया व रेहड़े के आगे गाड़ी लगाकर रास्ता बंद कर दिया। रंजीत सिंह के साथी निर्मल सिंह ने पहले जगदीश सिंह के साथ गाली-गलौज किया। फिर रंजीत सिंह के कंधे पर हाथ रखकर इशारा किया कि आए दिन शिकायतें करने के बदले जगदीश सिंह को सबक सिखा दिया जाए।
यह सुनते ही रंजीत सिंह ने लाइसेंसी पिस्टल निकालकर गोलियां चलाईं। थाना सिटी के प्रभारी रंजीत सिंह ने बताया कि ड्यूटी अधिकारी एएसआइ गुरदीप सिंह ने मौके से 7.65 बोर का खाली खोल बरामद कर आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
सत्ता का लाभ लेकर झूठा केस दर्ज करवाया
महिला सरपंच के पति रंजीत सिंह ने दावा किया कि वह कांग्रेस परिवार से संबंधित है। आम आदमी पार्टी का दबाव बनाकर जगदीश सिंह द्वारा बिना वजह परेशान किया जाता है। पंचायती कार्यों में दखल देकर रुकावट डाली जाती है।
बिना वजह झूठी शिकायतें देकर परेशान करने के बदले जगदीश सिंह को कई बार समझाया गया। अब सत्ता का लाभ लेकर उनके खिलाफ झूठा केस दर्ज करवाया गया है। मैं प्रत्येक पड़ताल के लिए तैयार हूं।