बिलासपुर। धार्मिक नगरी रतनपुर में शारदीय नवरात्रि महापर्व 15 अक्टूबर से श्रद्धा भाव के साथ मनाया जाएगा। पर्व के मद्देनजर मनोकामना ज्योतिकलश की रसीदें कटनी शुरु हो गई है। श्रद्धालु भी अपने नाम से ज्योति कलश बुक करवा रहे हैं। महामाया मंदिर में इस बार 29 से 31 हजार मनोकामना ज्योति कलश जलने की संभावना है। मंदिर के संतोष शर्मा ने बताया कि अब तक 23 से 24 हजार ज्योति कलश की रसीदे कट चुकी है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव शीर्ष पर है लिहाजा देवी के दरबार में अपनी जीत की अर्जी लगाने के लिए प्रत्याशी भी नही चूक रहे हैं। इस नवरात्रि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लगभग सभी विधानसभा प्रत्याशी महामाया के शरण में है। इस तरह विजयी होने का आशीर्वाद पाने सभी राजनीतिक दल के प्रत्याशियों ने अपने नाम की रसीदें कटवा ली है। इसके अलावा प्रशासनिक अधिकारी भी अपने नाम से ज्योतिकलश की रसीदें कटवा रहे हैं।
तेल के 701 और घृतकलश के 2100 रुपए
इस बार भी तेल के ज्योतिकलश का रेट 701 रुपए जबकि घृतकलश के दाम 2100 रुपए है। आजीवन तेल का 31 हजार जबकि घृतकलश का 51 हजार है। रतनपुर में छग के अलावा अन्य राज्यों से और विदेशों से भी भक्तों के नाम से हर बार मनोाकामना ज्योतिकलश जलवाई जाती है। जिसके दर्शन पाने पूरे नौ दिनों तक श्रद्धालूओं का तांता उमड़ेगा।
महानवमी पूजन के साथ 23 को समापन
महामाया मंदिर में नवरात्रि की तैयारी जोरों पर है। मंदिर व ज्योति कक्षों की साफ-सफाई, रंग-रोगन के बाद सजावट की जा रही है। भागवत मंच व यज्ञ मंडप में जरूरी व्यवस्था की जा रही है। मंदिर परिसर में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए मां महामाया मंदिर ट्रस्ट द्बारा शेड, पानी, पंखा व नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था लगभग पूरी हो चुकी है। नवरात्रि पर मंदिर परिसर में माता सेवा जस गीत की धूम प्रतिदिन रहेगी। नवरात्रि के पहले दिन 15 अक्टूबर को मांगलिक कान , द्बारपूजन, घटस्थापना, देवी षोडसोपचार पूजन, व ज्योर्ति कलश प्रज्जवलित की जाएगी। 22 अक्टूबर को धूप परिक्रमा, यज्ञ वेदी पूजन महा अष्टमी हवन पूणार्हूति एवं यज्ञ शांति पुष्पांजलि आशीर्वाद होगा । 23 अक्टूबर महानवमी पूजन राजश्री श्रृंगार , कन्या ब्रह्मभोज तथा भंडारा ज्योति कलश विसर्जन किया जाएगा।