नौसेना के डिफेंस अताशे कैप्टन शिव कुमार और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के हाथों भारतीय फाइटर जेट खो देने की बात कही थी. ऐसा सिर्फ इसलिए हुआ था क्योंकि राजनीतिक नेतृत्व ने सैन्य प्रतिष्ठान या उनकी हवाई सुरक्षा पर हमला न करने का दबाव बनाया था. इस मुद्दे पर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार पर सवाल उठा रही है. इस बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का बयान सामने आया है.

उन्होंने कहा है कि सेना के दो बड़े अधिकारी नुकसान की बात कर चुके हैं. शायद मामला राफेल का है, इसलिए उसकी कीमत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उलझन में आ जाते हैं. उन्होंने कहा ‘हम नहीं जानते कि कितना और क्या-क्या नुकसान हुआ. सरकार को इस पर बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसलिए हम विशेष सत्र की मांग करते आए हैं. नेता ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में तो पीएम आते नहीं. अगर वो जनता को नहीं बताना चाहते तो सीक्रेट सत्र बुलाकर विपक्ष को इस बारे में बताएं.

‘विशेष सत्र बुलाने से पीएम को क्या दिक्कत…’

कांग्रेस नेता ने कहा कि अभी भी समय है हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री मोदी अगले दो तीन दिन में छोटा सा संसद का विशेष सत्र बुलाएं. उन्होंने कहा कि पहले भी सभी पीएम ऐसा करते आए हैं, लेकिन सत्र बुलाने में पीएम मोदी को पता नहीं क्या दिक्कत है.

क्रोनी कैपेटलिज़्म जोड़ दें संविधान में…’

वहीं बीजेपी की संविधान की प्रस्तावन से समाजवाद और पंथनिरपेक्ष हटाने की मांग पर कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी को अगर दिक्कत है तो उनके पास बहुमत है, समाजवाद को हटा दें और क्रोनी कैपेटलिज़्म जोड़ दें. उन्होंने कहा कि बीजेपी वो सेक्युलर नहीं हैं, वो समाजवाद को नहीं मानती. नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी पूंजीपतियों के साथ है,

इसके साथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में गड़बड़ू के आरोप पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने चुनावी गड़बड़ियों सामने रखा हैं. पार्टी के नेता राहुल गांधी ने भी उठाया है. चव्हाण ने कहा ‘अब मेरी अध्यक्षता में पार्टी ने महाराष्ट्र में एक कमेटी का गठन किया है जो तफसील से इसके बिंदु तैयार करेगी, जिसे हम चुनाव आयोग को देंगे.