दमदार काम का जनता ने दिया शानदार नतीजा- जितिन प्रसाद
सीतापुर । जिले में ही पूरे प्रदेश में भाजपा के शानदार प्रदर्शन पर और भाजपा की शानदार जीत पर मंत्री जितिन प्रसाद ने प्रदेश की जनता को बधाई देते हुए कहा कि आज जनता ने अपना जनादेश सुनाते हुए भाजपा की दमदार काम का शानदार प्रतिफल दिया है। प्रदेश की जनता आभार व्यक्त करते हुए मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि भाजपा ने हमेशा ही जनहित में काम किया है भाजपा वयादों में काम में यकीन रहती है। भाजपा को सभी वर्गो का साथ मिला है तो भाजपा भी सभी वर्गो के लोगों को साथ में लेकर चलेगी। जितिन प्रसाद मतगणना के दौरान सीतापुर में आये सबसे पहले सीतापुर होते हुए महोली गये और जीते हुए प्रत्याशियों को बधाई और जनता का आभार व्यक्त किया कि जनता ने दूसरी बार प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का जनादेश दिया है। जैसे ही जितिन प्रसाद महोली की सीमा में पहुंचे तो जितिन प्रसाद के सबसे करीबी कहे जाने वाले ज्ञानेन्द्र शुक्ला ज्ञानू अपनी युवाओं की फौज के साथ जितिन प्रसाद का स्वागत किया और इस जीत पर जनता को आभार व्यक्ति करते हुए विजयी प्रत्याशी शशांक त्रिवेदी को बधाई दी। इस मौके पर ज्ञानेन्द्र शुक्ला ज्ञाने ने कहा कि जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने पर ही प्रदेश में चर्चा हो गयी थी भाजपा में हर वर्ग का मतदाता एक होगा और खासकर ब्राम्हण मतदाता को जितिन एक सूत्र में पिरोने का काम करेगे। आज प्रत्याशी शशांक की जीत के बाद साबित हुआ कि जितिन प्रदेश में ब्राहम्मण मतदाताओं को एक सूत्र में पिगाने का काम किया है। ज्ञानेन्द्र ने कहा कि भाजपा कभी भी भेदभाव नही करती है भाजपा हर वर्ग को ध्यान में रखकर नीतियां बनाती है। उन्होने कहा कि भाजपा में ही ऐसी ताकत है जो यूपी से गुण्डा राज खत्म करके रामराज कायम कर दिया है। सीएम योगी ही ऐसी हस्थी है जो प्रदेश में विकास की गंगा बहा सकते है और भूमाफियाओं द्वारा अर्जित की गयी सम्पत्ति पर बुलडोजर चलवा सकते है। उन्होने कहा कि सीएम योगी के रहते हुए प्रदेश में भ्रष्टाचार नही पनप सकता है अगर भ्रष्टाचार करने वाला अधिकारी या नेता कोई भी हो उसको बक्शा नही जाता है। प्रदेश की जनता योगी राज चाह रही इस कारण प्रदेश की जनता ने भाजपा को शानदार तरीके से यूपी में विधानसभा का चुनाव जितवाकर फिर से योगी को सीएम बनाया है। काफी देर तक जितिन प्रसाद महोली में रूके और शशांक यादव को चुनाव जीतने की बधाई देने के बाद वह शाहजहांपुर के लिये रूकसत कर गये।