आर्थिक तंगहाली में भी पाक ने बढ़ाए परमाणु हथियार
इस्लामाबाद। आर्थिक तंगहाली में भी पाकिस्तान ने परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ाया है। अमेरिका के न्यूक्लियर वैज्ञानिकों ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि पाकिस्तान के पास फिलहाल 170 परमाणु हथियार हैं। जो 2025 तक 200 के पार जा सकते हैं। रिपोर्ट को 2023 पाकिस्तान न्यूक्लियर हैंडबुक नाम दिया गया है।
अमेरिका की डिफेंस इंटेलिजेंस ने 1999 में अंदाजा लगाया था कि पाकिस्तान के पास 2020 तक 60 से 80 परमाणु हथियार होंगे। हालांकि, पाकिस्तान ने इससे ज्यादा परमाणु हथियार बनाए हैं।अमेरिकी एजेंसी ने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों से जुड़े आंकड़े कई खुफिया दस्तावेजों, मीडिया और थिकटैंक्स की रिपोर्ट से जुटाए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के न्यूक्लियर क्षमता वाले मिसाइल बेस और फैसिलिटीज की लोकेशन की जानकारी नहीं मिल पाई। हालांकि, सैटेलाइट तस्वीरों से ये पता चला है कि पाकिस्तान के 5 मिसाइल बेस हैं। जहां से उसकी न्यूक्लियर फोर्सेस ऑपरेट कर सकती हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान जमीन और समुद्र से दागीं जाने वाली क्रूज मिसाइलों में लगातार मॉडिफिकेशन कर रहा है। भारत अपने बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम को डेवलप कर कर रहा है। इससे निपटने के लिए पाकिस्तान ने 2017 में ऐलान किया था कि उसने मीडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल बनाई है जिसमें कई वॉर हेड लगाए जा सकते हैं। इस मिसाइल का नाम अबाबील बताया गया था। रिपोर्ट के अनुसार अभी इस मिसाइल के स्टेटस की कोई जानकारी नहीं है।
परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम मिसाइलों और उनके मोबाइल लॉन्चर इस्लामाबाद के पश्चिम में काला चिट्टा दहर पर्वत शृंखला में स्थित नेशनल डिफेंस कॉम्प्लेक्स में डेवलेप किए जा रहे हैं।सैटेलाइट तस्वीरों में इस कॉम्प्लेक्स के दो हिस्से दिख रहे हैं। पश्चिमी हिस्से में मिसाइलों और रॉकेट इंजन का विकास, उत्पादन और टेस्टिंग की जाती है। रिपोर्ट में बताया गया है पाकिस्तान के काहुता और गडवाल इलाके में न्यूक्लियर हथियार बनाने के लिए जरूरी मैटिरियल और यूरेनियम प्लांट बनाने की फैसिलिटीज बनाने का काम पूरा होने के नजदीक है। पाकिस्तान चार हेवी वॉटर प्लूटोनियम प्रोडक्शन रिएक्टर्स भी बना रहा है। इनमें से सबसे नया प्लूटोनियम रिएक्टर पाकिस्तान के पंजाब प्रोविंस के 33 किलोमीटर की दूरी पर है। मिराज-3, मिराज-5 वो एयरक्राफ्ट हैं, जिनमें पाकिस्तान परमाणु हथियार लगा सकता है। ये फाइट बॉम्बर दो एयरबेस पर तैनात हैं। इनमें एक मसरूर एयरबेस है, वहीं दूसरा रफीकी एयरबेस है।