सुकमा :  महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सोमवार से प्रदेश भर में जिला, विकासखण्ड और ग्राम स्तर पर पोषण अभियान के तहत चौथे पोषण पखवाड़ा का शुभारंभ किया गया है। जिसे सुकमा जिले के सभी आंबा केन्द्रों में मनाया जा रहा है। 04 अप्रैल तक चलने वाले इस पोषण पखवाड़ा में प्रतिदिन अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन कर व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर पोषण सम्बन्धित व्यवहार परिवर्तन का प्रयास किया जा रहा है।
आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों एवं ग्रामीण महिलाओं को हरी सब्जियों, फलों, के पोषण और सेवन संबंधी जानकारी दी गई। इसके साथ ही बच्चों का वजन, लंबाई सहित अन्य स्वास्थ्य संबंधी जांच किए जा रहे हैं। ग्रामीण महिलाओं को बच्चों को सही समय पर भोजन प्रदान करना और गर्भस्थ और शिशुवती महिलाओं को पोषक आहार, पौष्टिक गर्म भोजन लेने के लाभ से अवगत कराते हुए स्वयं के साथ ही बच्चों के स्वास्थ का ख्याल रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत समुदाय आधारित गतिविधि, जल प्रबंधन, एनीमिया की रोकथाम और प्रबंधन, जनजातीय क्षेत्रों में स्वस्थ मां और बच्चे के लिए पारंपरिक भोजन को बढ़ावा देने हेतु जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
बच्चों ने निकाली पोषण साइकिल रैली
पखवाड़े के पहले दिन सुकमा जिले में पोषण जागरूकता के लिए पोषण साइकिल रैली, बाइक रैली जैसी कई रैलियां निकाली गई। इस वर्ष पोषण पखवाड़ा का प्रमुख उद्देश्य स्वस्थ बच्चे की पहचान और स्वस्थ भारत के लिए पारम्परिक और आधुनिक संसाधनों के एकीकरण पर केन्द्रित गतिविधियां है। पोषण पखवाड़े को जनप्रतिनिधियों, सहयोगी विभागों, संगठनों, समूहों एवं जनसमुदाय के सहयोग से सफल रुप दिया जाएगा।  
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा 21 से 27 मार्च के मध्य स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा का आयोजन किया जाना था जिसे आगामी आदेश तक स्थगित किया गया है। इसके स्थान पर अब 21 मार्च से 04 अप्रैल के मध्य पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया गया है।