सिओल। क्राइम ‎फिल्में देखकर कई लोग इस कदर ‎डिप्रेस हो जाते हैं ‎कि वे स्वयं भी क्राइम करने का मन बना लेते हैं। ऐसा ही एक मामला साउथ को‎रिया का है जहां एक म‎हिला ने ‎सिर्फ यह जानने के ‎लिए टीचर की हत्या कर दी ‎कि वाकई हत्या करने के बाद उसे कैसा महसूस होता है। उस म‎हिला ने सिर्फ इसलिए किसी की हत्या कर दी हो क्योंकि उसे ये जानना था कि हत्यारे लाश को छुपाते कैसे हैं और हत्या करके कैसा महसूस होता है। दरअसल, साउथ कोरिया की 23 साल की जंग यू-जंग नाम की महिला को क्राइम के बारे में टीवी शो और फिल्में देखने का बहुत शौक था। वह इससे जुड़ी किताबें भी पढ़ा करती थी। इन सब चीजों में उसे इतनी ज्यादा दिलचस्पी थी कि उसने हत्या के बाद के अनुभव को महसूस करने का फैसला किया। ज्यादा क्राइम फिल्में देखने के कारण, उसे भी खूनी बनने का मन कर गया।उसने पूरा प्लान तैयार किया। ऑनलाइन ट्यूटर प्रोवाइड कराने वाले एक एप पर रेजिस्टर कर एक महिला टीचर को खोजा। उससे फोन पर कहा कि वो अपनी 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी के लिए होम ट्यूटर ढूंढ रही है और इसके बाद वह खुद छात्रा बनकर टीचर के घर पहुंच गई।  
उसने ऑनलाइन एक स्कूल यूनिफॉर्म खरीद ली थी। उसका कद छोटा था, ऐसे में स्कूल यूनिफॉर्म पहनने के बाद वो 9वीं कक्षा की ही लग रही थी। वो महिला टीचर के घर पहुंची और बातों-बातों में उसके पेट में चाकू मार दिया। महिला इतने पर नहीं थमी। बल्कि उसने टीचर के शरीर के टुकड़े किए और सूटकेस में भर लिए। उसने लाश की बदबू रोकने के लिए दुकान से प्लास्टिक की थैलियां और ब्लीच खरीद लिया था। इसके अलावा महिला को लापता दिखाने के लिए, उसने उसका आईडी कार्ड, फोन आदि अपने पास ही रख लिया था।
यहां उससे एक गलती हो गई। दरअसल, लाश के टुकड़ों से भरे सूटकेस को जंगल में फेंकने से पहले उसने कैब बुक कर ली थी। जब वह जंगल में उतरकर चली गई तो कैब ड्राइवर को शक हुआ। इसके बाद उसने तुरंत पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस जब जंगल में पहुंची तो उसे मिले बैग से लाश नहीं निकली, बल्कि खून से सने कपड़े निकले। अब उन कपड़ों के जरिए पुलिस जूंग के घर तक पहुंची। यहां जब उसके घर की तलाशी ली गई तो महिला की लाश के कुछ टुकड़े बरामद हुए। पहले तो जूंग ने कहा कि वो महिला उसके ऊपर हमला कर रही थी, इस वजह से सेल्फ डिफेंस में उसने ये कदम उठाया है। लेकिन बाद में पुलिस तब हैरान रह गई जब जूंग ने माना कि उसने सिर्फ शौक में खून किया है।