इजराइल का गाजा बॉर्डर पर कब्जा, 1500 लड़ाके मारे
इजराइल और हमास के बीच मंगलवार को जंग का चौथा दिन था। हमास ने गाजा से 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया था। इसके साथ ही उसके लड़ाकों ने इजराइल से 150 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया। इजराइल ने गाजा पर जवाबी हमले में अब तक करीब 1,707 जगहों को निशाना बनाया है। इस दौरान उन्होंने कई मस्जिदों पर भी हमला किया। उधर इजराइल की सेना ने घोषणा की है कि उसने गाजा के बॉर्डर पर कब्जा कर लिया है। सेना ने बताया कि रातभर में उसने गाजा में 200 जगहों को निशाना बनाया है अब तक हमास के 1500 लड़ाके मारे जा चुके हैं। जंग में इजराइल के करीब 123 सैनिकों की अब तक मौत हो चुकी है।
दूसरी तरफ हमास के हमलों में थाईलैंड के अब तक 18 नागरिकों की मौत हो चुकी है। सोमवार को इजराइल के रक्षा मंत्री ने पूरी गाजा पट्टी पर कब्जे का आदेश दिया था। इसके बाद रात भर इजराइल ने गाजा पर हमले किए। जवाब में हमास ने धमकी दी है कि वो इजराइल से पकड़े करीब 150 बंधकों की हत्या कर देंगे। सेना ने बताया कि रातभर में उसने गाजा में 200 जगहों को निशाना बनाया है अब तक हमास के 1500 लड़ाके मारे जा चुके हैं। जंग में इजराइल के करीब 123 सैनिकों की अब तक मौत हो चुकी है।
दूसरी तरफ, जंग के बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने हम पर हमला करके सबसे बड़ी गलती की है। हम इसकी ऐसी कीमत वसूलेंगे, जिसे हमास और इजराइल के बाकी दुश्मनों की पीढिय़ां दशकों तक याद रखेंगी। पीएम नेतन्याहू ने कहा- हम युद्ध नहीं चाहते थे। हम पर बहुत क्रूर तरीके से यह थोपा गया। हमने भले ही युद्ध शुरू नहीं किया, लेकिन इसका अंत हम ही करेंगे। इजराइल सिर्फ अपने लोगों के लिए नहीं बल्कि बर्बरता के खिलाफ खड़े हर देश के लिए लड़ रहा है।
इजराइल शनिवार को जंग की शुरुआत से लेकर अब तक गाजा में 1,707 टारगेट्स पर हमला कर चुका है। इस दौरान करीब 475 रॉकेट सेंटर्स, 23 स्ट्रैटेजिक साइट्स और 22 अंडरग्राउंड ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इजराइली सुरक्षा बलों ने सोमवार देर रात पुष्टि की कि लेबनानी सीमा पर संघर्ष के दौरान एक डिप्टी सेना कमांडर की मौत हो गई है।
इजराइल-हमास जंग के चौथे दिन पीएम नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया। उन्होंने पीएम को जंग के बारे में पूरी जानकारी दी। मोदी ने ट्वीट कर कहा- भारत के लोग इस मुश्किल घड़ी में इजराइल के साथ हैं। हम हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ हैं।