अंतरिक्ष से सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षाओं में आगे बढ़ते हुए दो बड़े क्षुद्रग्रह पृथ्वी के करीब आ रहे हैं। दोनों क्षुद्रग्रहों का व्यास 500 से 850 मीटर के बीच है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी (नासा) ने चेताया है कि ये क्षुद्रग्रह 488453 (1994 एक्सडी) और क्षुद्रग्रह (2020 डीबी5) पृथ्वी के लिए खतरा बन सकते हैं। 488453 (1994 एक्सडी) करीब 75 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की ओर बढ़ रहा है। यह चट्टान 1500 फुट की है। वहीं, 2020 डीबी5 15 जून को हमारी पृथ्वी के करीब होगा।

वहीं, एक अन्य क्षुद्रग्रह 2023 एलए के लिए नासा ने अलर्ट जारी किया है। यह 100 फीट का चट्टानी टुकड़ा है जो 24 घंटे में पृथ्वी के करीब पहुंचने वाला है। असली खतरा क्षुद्रग्रह 488453 (1994 एक्सडी) नाम का है। यह धरती से 3,160,000 किलोमीटर की दूरी तक पहुंचने वाला है। ऐसे में इसका पृथ्वी के करीब आना खतरे से खाली नहीं है।

इसे पहली बार 2 दिसंबर 1994 में देखा गया था। यह 1313 दिनों में सूर्य का एक चक्कर पूरा करता है। उससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात कि यह 75,600 किलोमीटर की स्पीड से धरती की ओर बढ़ रहा है। अब देखना होगा कि धरती के पास आने पर इसकी स्थिति कैसी रहेगी। नासा के वैज्ञानिकों ने इसे एक बड़े पुल जितने आकार का बताया है।

बिजली की गति से आगे बढ़ता ये क्षुद्रग्रह अगले 24 घंटों में धरती के बेहद करीब आने वाला है। नासा ने अभी तक इसके धरती से टकराने जैसी सूचना तो जारी नहीं की है, लेकिन दुनियाभर के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की नजर इस 1500 फुट की चट्टान पर बनी हुई है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, 150 फुट से बड़े क्षुद्रग्रहों को पृथ्वी के लिए खतरा माना जाता है। ऐसे में क्षुद्रग्रह 488453 (1994 एक्सडी) इससे 10 गुना बड़ा है।