गाजियाबाद । उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में डेंगू के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। रोज 10 से अधिक नए केस मिल रहे हैं। जिला अस्पताल के अलावा सीएचसी में डेंगू वार्ड बनाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते डेंगू वार्ड बदहाल है। 24 घंटे में एक बार चिकित्सक का राउंड लगता है। वार्ड ब्वॉय और स्टाफ नर्स के सहारे मरीजों का इलाज चल रहा है। पंखा-कूलर का भी इंतजाम नहीं है। मरीजों को बेहद गंदी मच्छरदानी दी गईं है। वार्ड के साथ ही बाथरूम में गंदगी का अंबार है। भर्ती मरीज दिन-रात परेशान रहते हैं। यह स्थित तब है, जबकि शासन स्तर से डेंगू मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। सीएचसी डासना, लोनी, मुरादनगर, मोदीनगर और भोजपुर में डेंगू वार्ड में बहुत कम मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। जिला एमएमजी अस्पताल में सात और संयुक्त अस्पताल के डेंगू वार्ड 12 मरीज भर्ती हैं।  95 मरीजों की जांच करने पर पांच बच्चों समेत डेंगू के 10 नए केस मिले हैं। डेंगू के नए केस नंदग्राम,मकनपुर,नेहरूनगर,इंदिरापुरम,विश्वासनगर सिहानी,कविनगर, तुराबनगर,कैलाशनगर,सरायनजर अली और शांतिनगर में मिले हैं। जिला सर्विलांस अधिकारी डा.आरके गुप्ता ने बताया कि जुलाई से लेकर अब तक डेंगू के कुल 558 केस मिल चुके हैं। मलेरिया के 22 और स्क्रब टायफस के 15 केस मिल चुके हैं। एक केस चिकनगुनिया का भी मिला है। 169 टीमों ने 137 क्षेत्रों के 4569 घरों का सर्वे किया। इस दौरान 117 घरों में एडीज मच्छर का लार्वा मिलने पर उसे तुरंत नष्ट कराया गया। दो लोगों को नोटिस दिया गया है। 56 स्थानों पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया गया है। 80 क्षेत्रों में डेंगू व मलेरिया से बचाव एवं सतर्कता के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।