राजीव सेन को लेकर चारू असोपा ने किया चौंकाने वाला खुलासा
Charu Asopa और Rajeev Sen के बीच बात बुरी तरह से बिगड़ चुकी है। हाल में दोनों आधिकारिक तौर पर तलाक लेने के भी बात कही थी। इससे पहले भी दोनों तलाक लेने का मन बना चुके थे लेकिन बेटी जियाना के लिए दोनों एक हो गए थे। फिर भी दोनों 1 महीने से ज्यादा रिश्ता मजबूत नहीं कर सके। दिवाली से पहले ही दोनों अलग हो गए। चारू बेटी जियाना को लेकर अपने होमटाउन भीलबाड़ा पहुंच गईं और अभी वहीं रह रही हैं। इस बीच चारू ने एक इंटरव्यू में राजीव को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
चारू असोपा का कहना है कि वह सिर्फ लोगों को दिखाने और शांति के लिए इस शादी के रिश्ते में नहीं रह सकती हैं। उन्होंने राजीव सेन पर धोखा देने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जब वह प्रेग्नेंट थीं, तो राजीव ने उन्हें धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि राजीव सुबह 11 बजे घर से निकल जाते थे और रात 11 बजे तक ही आते थे। एक दिन राजीव के बैग में से एक चीज भी मिली, जिससे उन्हें पता चला कि राजीव उन्हें धोखा दे रहे थे।
चारू असोपा ने पिंकविला को दिए इंटरव्यू में कहा, “बीकानेर में रहने के कुछ महीनों के बाद, मैं मुंबई लौट आई थी और अपनी प्रेग्नेंसी का ज्यादातर समय यहां बिताया। वह सुबह 11 बजे गोरेगांव ईस्ट से बांद्रा में अपने जिम के लिए निकल जाता थे और रात को लगभग 11 बजे घर लौटते थे, कभी-कभी 7, 8, या 9 बजे। जब मैंने उनसे पूछा कि उन्हें इतने घंटे क्यों लगते हैं, तो वे अक्सर कहते थे- ‘जब मैं मैप्स पर ट्रैफिक देखता हूं, तो मैं बांद्रा कैफे में कॉफी पीता हूं और ट्रैफिक स्लो होने का इंतजार करता हूं, और फिर मैं घर के लिए निकलता हूं’।”
बैग में मिली चीज से हुआ धोखा देने का खुलासा
चारू असोपा ने आगे कहा, “मुझे इस पर भी भरोसा था। कभी-कभी, वह कहते थे कि वह कार में सोते हैं और कई बार कुछ और बहाने बताते थे। एक बार वह बिना कहे ही दिल्ली चले गए और मैं कुछ सामान शिफ्ट कर रही थी। और तभी मुझे उनके बैग में कुछ मिला, जिसके जरिए मुझे पता चला कि वह मुझे धोखा दे रहे हैं।”
नई शुरुआत के इंतजार में बीते साढ़े तीन साल
चारू असोपा ने आगे कहा, “मैंने यह बात सभी को बताई और पूरे परिवार को इसके बारे में पता था। जब भी ऐसा होता, मैं सोचती थी कि मैं यहां नहीं रहूंगी और बस चला जाऊंगी। और फिर मैंने हमेशा उन्हें मौके देने और नए सिरे से शुरुआत करने के बारे में सोचा। शादी के 3।5 साल बस हमारी नई शुरुआत के इंतजार में चले गए।”