वाराणसी में मंगलवार को सुबह से तेज धूप के बाद दोपहर में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। बदली हवाओं के रुख के चलते आसमान में घने बादल घिर आए। दोपहर करीब एक बजे गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हो गई। ये बारिश किसानों के लिए काफी लाभकारी होगी। फसलों के उत्पादन पर बारिश का असर होगा। 

बारिश से स्कूली बच्चों की आवाजाही पर प्रभाव पड़ा। स्कूलों में छुट्टी के समय बारिश के चलते बच्चे भीगते हुए सड़क पर दिखे। वहीं कुछ बच्चे स्कूल में ही बारिश रुकने का इंतजार करते रहे। वहीं बारिश के चलते सड़कों पर भी लोगों की आवाजाही कम हो गई। मौसम में बदलाव के चलते लोगों ने सिहरन महसूस की। 

बता दें कि हवा की रफ्तार कम रही। बादलों ने भी डेरा डाल दिया। बारिश के चलते सिहरन जैसा अहसास होता रहा। मौसम विशेषज्ञ ने सोमवार को ही एक-दो दिन तक बूंदाबांदी के आसार बताया था।

सोमवार को बादलों की आवाजाही से अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान सोमवार को 27.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 13.8 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता अभी बनी है। इस कारण पछुआ हवाओं के चलने के साथ ही बूंदाबांदी के आसार हैं।