डेंगू-मलेरिया का सफाया करने अरबों की तादाद में छोड़े नए मच्छर
वॉशिंगटन । अब डेंगू-मलेरिया से निपटने के लिए मच्छरों को ही समर्थ बनाया जा रहा है ताकि इन बीमारियों को फैलाने वाले मच्छरों को ये तैयार किए गए नए मच्छर मार डालेंगे। ताजा जानकारी के अनुसार यूके ऑक्सीटेक नाम की फर्क ने एक फुल प्रूफ प्लान तैयार किया है। उन्होंने जेनेटिक मॉडिफिकेशन से ऐसे मच्छर तैयार किए हैं, जो मलेरिया जैसी बीमारियां फैलाने वाली मादा मच्छरों के लिए काल बन रहे हैं। दरअसल इन मच्छरों की खासियत इनके अंदर मौजूद एक जीन है, जो मादा मच्छरों को ज्यादा दिन ज़िंदा रखने से रोकता है। जब मॉडिफाइड नर मच्छर मादा मच्छर के साथ मेटिंग करेंगे तो ये उनमें ट्रांसफर हो जाएगा और उनकी मौत हो जाएगी। इस तरह से दुनिया में मादा मच्छरों की संख्या कम होगी और नई ब्रीडिंग भी नहीं हो पाएगी और मलेरिया-डेंगू जैसी बीमारियां खुद खत्म हो जाएंगी। बिल गेट्स ने खुद सुपर मच्छरों को लेकर जानकारी दी है कि ये न तो इंसान का खून पीते हैं और न ही कोई बीमारी फैलाते हैं।
ऑक्सीटे की रिसर्च पर विश्ववास करें तो अब तक दुनिया में एक अरब नर मच्छरों को छोड़ा जा चुका है, जो पर्यावरण के लिए किसी भी तरह का खतरा नहीं हैं। बिल गेट्स के मुताबिक इनका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं है और ये एक गेम चेंजर है। इन सुपर मच्छरों के ज़रिये ब्राज़ील में डेंगू बुखार खत्म करने में मदद मिली है। इस बार इन्हें अफ्रीका के जिबूती में छोड़ा जाएगा, जहां हर साल मलेरिया के मामले बढ़ रहे हैं। इसके अलावा इथोपिया, सूडान, सोमालिया, केन्या, नाइजीरिया और खाना जैसे देशों में भी ये सुपर मच्छर छोड़े की योजना है।