भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र का है विशेष महत्व
पूजा-पाठ में विधि विधान का बहुत अधिक महत्व होता है। लोग घर में शुख-शांति के लिए पूजा-पाठ, हवन करते हैं। वैसे ही हर भगवान की पूजा करने का तरीका भी अलग-अलग होता है। वैसे ही भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की सभी मांगे पूरी होती है लेकिन भोलेनाथ की पूजा करते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। इनकी पूजा में की गलती से आप पैसों की तंगी से भी जूझ सकते है। आपको शिव जी की आराधना करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
शास्त्रों में कहा गया है कि जब भी आप भगवान शिव की पूजा करें तो इस बात का ध्यान रखें कि पंचामृत, दूध आदि कांसे के बर्तन पर न रखे। इससे आपकी पूजा का कोई प्रभाव नहीं होगा।
शिव की पूजा में बेलपत्र का विशेष महत्व है। इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी कटे-फटे बेलपत्र भगवान को न चढाएं। इससे आपको इसका उल्टा मिलेगा।
माना जात है कि घर में कभी भी एक साथ दो शिवलिंग की स्थापना नहीं करनी चाहिए। इससे घर में दरिद्रता और दुर्भाग्य आता है। इसलिए एक ही शिवलिंग स्थापित करें।