Global Health Threat : अकेलापन मेंटल हेल्थ के लिए खतरनाक माना जाता है। आज पूरी दुनिया की एक बड़ी आबादी मेंटल हेल्थ की समस्याओं से जूझ रही है। इस वजह से दिल की बीमारियां, स्ट्रोक, डिमेंशिया, डिप्रेशन, एंग्जायटी और प्रीमेच्योर डेथ का खतरा रहता है। WHO  के अनुसार लगभग 5-15 प्रतिशत टीनेजर्स अकेलेपन से जूझ रहे हैं और यह संख्या बढ़ सकती है। अकेलेपन की वजह से व्यक्ति के रोज के जीवन पर भी काफी गहरा प्रभाव पड़ता है। उसके काम, खान-पान और व्यवहार पर इसका काफी नकरात्मक प्रभाव पड़ता है। विश्व स्वास्थ संगठन का कहना है कि अकेलेपन की समस्या दुनियाभर में तेजी से फैल रही है।भारत समेत कई देश इसकी चपेट में हैं।

WHO ने अकेलेपन को गंभीर स्वास्थ्य समस्या माना

अलग-अलग देशों के हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अकेलापन सिर्फ मानसिक ही नहीं शारीरिक परेशानियों का कारण भी बन सकता है। लंबे समय तक अकेले रहने वाले लोग डिप्रेशन, स्ट्रेस सुसाइड जैसे विचार से जूझते हैं। यही कारण है कि WHO ने अकेलेपन को गंभीर स्वास्थ्य समस्या (Global Health Threat) माना है। विश्व स्वास्थ संगठन का कहना है कि अकेलेपन की समस्या दुनियाभर में तेजी से फैल रही है। भारत समेत कई देश इसकी चपेट में हैं। इसे नई महामारी के तौर पर देखा जा रहा है। आइए जानते हैं कैसे आप अकेलेपन की इस समस्या को दूर कर सकते हैं।

WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक,

WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक, किसी इंसान में अकेलेपन की वजह से होने वाली परेशानियां एक दिन में 15 सिगरेट पीने के से होने वाले नुकसान के बराबर खतरनाक हो सकती है। मई 2022 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एनवायर्नमेंटल रिसर्च एंड पब्लिक हेल्थ में पब्लिश की गई एक रिसर्च के मुताबिक, भारत के युवाओं में अकेलेपन से होने वाली दिक्कतें तेजी से बढ़ती दिख रही हैं। इस रिपोर्ट में यह भी में बताया गया है कि 45 वर्ष की उम्र के करीब 20.5% वयस्क लोग अकेलेपन से होने वाली दिक्कतों का सामना कर रहे हैं।

युवाओं क्यों बढ़ रही अकेलेपन की समस्या

देश के जाने-माने मनोचिकित्सकों के मुताबिक, युवाओं में मेंटल हेल्थ के इश्यू तेजी से बढ़ रहे हैं। शहरी इलाकों में रहने वाले युवा घर-परिवार से दूर, वर्क कल्चर, दिनचर्या जैसी समस्याओं की वजह से अकेलेपन का ज़्यादा शिकार हो रहे हैं।

इन टिप्स से कर सकते हैं बचाव

अकेलेपन की समस्या को दूर करने के लिए कुत्ता इसके लिए सबसे बेहतर विकल्प है क्योंकि अकसर आपके मूड को पहचान आपका मन बहलाने में मदद कर सकते हैं। इनके साथ खेलना और घूमना आपकी मेंटल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। आप अपने परिवार के किसी सदस्य या दोस्त से बात कर सकते हैं। इससे आप क्या महसूस कर रहे हैं, यह बेहतर तरीके से समझ पाएंगे और आपका स्ट्रेस भी काफी हद तक कम होगा। अगर आपको सहायता की जरूरत लगती है, तो प्रोफेशनल की मदद ले सकते हैं।