मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर अपनी पहली द्विपक्षीय आधिकारिक यात्रा पर बुधवार को नयी दिल्ली  पहुंचे। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के करीब छह महीने पहले पदभार संभालने पर दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आने के बाद से मालदीव से यह पहली उच्च-स्तरीय यात्रा है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आठ से 10 मई तक अपनी यात्रा के दौरान, जमीर विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगे तथा मालदीव और भारत के बीच दीर्घकालिक साझेदारी को प्रगाढ़ और विस्तारित करने पर चर्चा करेंगे। 

पदभार संभालने के बाद से विदेश मंत्री जमीर की यह पहली आधिकारिक यात्रा है। जमीर ने ‘एक्स' पर कहा,  "भारत की अपनी पहली द्विपक्षीय आधिकारिक यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे !  अपने समकक्ष विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से मिलने तथा दोनों देशों के लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए मालदीव और भारत के बीच सहयोग को प्रगाढ़ करने, सार्थक चर्चा, संबंधों को मजबूत करने और भारत की जीवंत संस्कृति का अनुभव करने के लिए उत्सुक हूं।"

मुइज्जू द्वारा मालदीव में तीन विमानन प्लेटफॉर्म का संचालन करने वाले लगभग 90 भारतीय सैन्यकर्मियों की वापसी पर जोर देने के बाद द्विपक्षीय संबंधों में तनाव में आ गए। भारत ने अपने ज्यादातर सैन्यकर्मियों को वापस बुला लिया है। राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपने देश से सभी भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए 10 मई की समय सीमा निर्धारित की है। नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था, ‘‘मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और विदेश मंत्री जमीर की यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को और गति मिलने की उम्मीद है।''