चीन के जासूसी अभियान पर व्हाइट हाउस ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने क्यूबा सरकार के प्रति चिंता जाहिर की। बता दें, चीन क्यूबा सरकार की रजामंदी से उनके देश में जासूसी अभियान को अंजाम दे रहे हैं। 

व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि चीन के साथ हमारे रिश्ते काफी तनावपूर्ण हैं। लेकिन राष्ट्रपति जो बाइडन चीन के साथ बात करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। किर्बी ने कहा कि चीन क्यूबा से जासूसी अभियान को अंजाम दे रहा है, इसपर विश्वास नहीं होता। चीन के इस कदम से राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन की चीन यात्रा पर असर पड़ सकता है।

एक दिन पहले सोमवार को ब्लिंकन ने कहा था कि चीन विदेशों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। इसी वजह से चीन ने क्यूबा में विस्तार कर रहा है। लेकिन बाइडन सरकार आते ही चीन अपने इन प्रयासों में थोड़ा धीमा पड़ गया। ब्लिंकन के दावे को चीन ने सोमवार को ही खारिज कर दिया था।

व्हाइट हाउस में पदस्थ जॉन किर्बी, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में रणनीतिक संचार के समन्वयक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के लिए काफी उत्सुक हैं। यहां एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि क्वाड में भारत और अमेरिका एक दूसरे को सहयोग करते हैं। हमारे बीच रक्षा साझेदारी भी काफी महत्वपूर्ण है। बता दें, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक रुख को कम करने के लिए 2017 में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने मिलकर क्वाड समूह का गठन किया।