यूपी में कोरोना केस तेजी बढ़ रहे हैं। इसके मद्देनजर आज साल की पहली मॉक ड्रिल हो रही है। लखनऊ के कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में मंगलवार सुबह अचानक तेज रफ्तार एम्बुलेंस दाखिल हुई। सीधे कोविड आइसोलेशन गैलरी में एंट्री के साथ PPP किट पहने हॉस्पिटल स्टाफ मरीज को कोविड वार्ड लेकर आते हैं। मरीज को ICU बेड पर लिटाते ही वेंटिलेटर से जोड़ा जाता है। इस दौरान डॉक्टर की टीम भी मौजूद रहती है। मरीज का ऑक्सीजन लेवल समेत अन्य पैरामीटर्स चेक किए जाते हैं। ये सब करने में महज 5 मिनट का समय लगता है।

यही दृश्य लखनऊ समेत प्रदेश के 75 जिलों में मॉक ड्रिल के दौरान रहा। आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में मॉक ड्रिल हुई। दो मिनट में कोरोना मरीज को आईसीयू तक पहुंचाया गया। वहीं, सहारनपुर जिला अस्पताल में मॉक ड्रिल का रिस्पॉन्स टाइम 6 मिनट रहा। 10:02 बजे एम्बुलेंस में डमी मरीज लाया गया। स्ट्रैचर पर मरीज को लेकर वार्ड लाया गया 10:08 बजे तक उसका इलाज शुरू हो गया।मंगलवार सुबह आई रिपोर्ट में 402 नए मरीज मिले हैं। अम्बेडकर नगर में एक कोरोना मरीज की मौत हुई है। इसी के साथ प्रदेश में एक्टिव केस 1498 हो गए हैं। मंगलवार को आई रिपोर्ट में लखनऊ में सबसे ज्यादा 83 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं।

मॉक ड्रिल के लिए अलग-अलग स्थानों के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। यानी नोडल पहले से ही बनाए गए हैं। मॉक ड्रिल के दौरान ये अधिकारी ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर, दवाओं की उपलब्धता और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी वस्तुओं के अलावा अस्पताल में सामान्य वर्किंग के लिए मेडिकल स्टाफ ड्युटी रोस्टर देख रहे हैं। यूपी में 548 ऑक्सीजन प्लांट की कंडीशन परखी जा रही है।