छत्तीसगढ़ के दुर्ग में मानसिक दिव्यांग की पिटाई के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों ने मानसिक दिव्यांग पर बच्चा चोरी का आरोप लगाया था। इसके बाद उसे सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था। साधुओं से मारपीट की घटना की तरह ही पुलिस ने इसे भी दबाए रखा था। अगले दिन जब वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने कार्रवाई की। मामला उतई थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, खोपली गांव में गुरुवार शाम कुछ लोगों ने एक मानसिक रोगी युवक को पीटा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक को अस्पताल पहुंचाया। हालांकि FIR नहीं दर्ज की। अगले दिन घटना का वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने आनन-फानन में मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने इस मामले में स्थानीय निवासी भेमेंद्र उर्फ भोला चंद्राकर, विकास बंजारे और करण नारंग को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने बताया कि डॉक्टरों के विक्षिप्त बताने पर युवक को कार्यपालिक मजिस्ट्रेट से अनुमति लेकर बिलासपुर स्थित राज्य मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय भेजा जा रहा है। जिससे वह भी इलाज के बाद सामान्य रूप से जीवन यापन कर सके। साथ ही पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति, जिस पर शंका हो तो अपने नजदीकी पुलिस थाने को सूचित करें। अफवाहो से बचें , कानून को अपने हाथ में ना लें।