
नई दिल्ली, वरुण धवन और अनुष्का शर्मा स्टारर फिल्म सुई-धागा 28 सितंबर को रिलीज हो रही है. ये फिल्म "मेड इन इंडिया" के कॉन्सेप्ट पर बताई जा रही है. फिल्म को शरत कटारिया ने निर्देशित किया है, जो पहले 'दम लगाके हईशा' जैसी सफल फिल्म बना चुके हैं.
सुई धागा उसी तरह के सोशल इश्यू पर बेस्ड है, जिस तरह 'टॉयलेट एक प्रेमकथा' और 'पैडमैन' थी. फिल्म में मौजी यानी वरुण धवन एक सेल्समैन की भूमिका में हैं, जो सिलाई मशीन बेचता है. टेलर के रूप में काम न मिलने के बाद मौजी को किसी और के लिए काम करता है, जो उसका मन चाहा फायदा उठाता है. इसके बाद मौजी अपनी पत्नी ममता यानी अनुष्का के कहने पर खुद का बिजनेस शुरू करता है, इस तरह सुई धागा की शुरुआत होती है.
कहानी मेड इन इंडिया को आगे बढ़ाती है. बता दें कि केंद्र सरकार ने 25 सितंबर, 2014 को मेक इन इंडिया कैंपेन लॉन्च किया था, ताकि देश की कंपनियों को भारत में उत्पादन के लिए प्रोत्साहन मिल सके.
टॉयलेट एक प्रेमकथा और स्वच्छ भारत अभियान
अक्षय कुमार की पिछले साल आई फिल्म टॉयलेट एक प्रेमकथा भी भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को प्रोत्साहित करती है. ये फिल्म जबर्दस्त कहानी के जरिए खुले में शौच करने का विरोध करती है.
पैडमैन
अक्षय कुमार की ये फिल्म भी महिलाओं से जुड़े एक अहम मुद्दे पर है. ये अरुणाचलम मुरुगनाथनम की रियल लाइफ पर है, जिन्होंने महिलाओं को सस्ते सैनेटरी नैपकिन मुहैया कराए.
अब इसी कड़ी में सुई धागा तीसरी फिल्म बन सकती है. इस फिल्म के प्रमोशन के लिए देशभर के बुनकरों से सुई धागा लिखकर मंगाया गया था, जिसमें से किसी एक बेस्ट को इसका लोगो बनाया गया है.
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