छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पूर्व कांग्रेस नेता और हिस्ट्रीशीटर संजीव त्रिपाठी हत्याकांड मामले में पुलिस ने दो फरार शूटर को गिरफ्तार किया है। वहीं बाकी फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। इस केस में पकड़े गए सटोरिया प्रेम श्रीवास ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उत्तर प्रदेश के हथियार सप्लायर से उसका जान पहचान था। पुलिस ने वाराणसी में दबिश देकर वहां के ग्राम कमली, चौबेपुर के रहने वाले सावन पाठक बिरोदपुर और अभिषेक मिश्रा को धर दबोचा। 

पूछताछ में  पता चला कि आरोपी सावन पाठक 12 दिसंबर को एक नग पिस्टल लेकर वाराणसी से बिलासपुर आया था। यहां आरोपी प्रेम श्रीवास से सीपत चौक पर संपर्क किया। इसके बाद  श्रीवास ने अपने कार में बैठाकर उसे कपिल त्रिपाठी के फार्म हाउस में ले गया, जहां पर वह पिस्टल को देकर वापस वाराणसी चला गया। वहीं अभिषेक ने भी पूछताछ में बताया कि 10 नवंबर को वाराणसी न्यायालय में केस के दौरान दानिश अंसारी और ताबीज अंसारी नाम के युवक से उसकी मुलाकात हुई थी, तो उसने बिलासपुर में इस हत्याकांड को अंजाम देने पर एक लाख रुपए मिलने की बात कही थी, जिस पर काम करने के लिए तैयार हो गया था। 14 नवंबर 2022 को ताबीज और दानिश के साथ वह बस में बैठकर वाराणसी से बिलासपुर पहुंचे, जहां आरोपी श्रीवास ने इनके रुकने की व्यवस्था कराई। 16 नवंबर 2022 को इनसे मुलाकात करने कपिल त्रिपाठी पहुंचा और एक व्यक्ति की हत्या कराने कि बात कहकर प्लान समझाते हुए एक कट्टा और दो पिस्टल को दिखाकर उनसे कहा कि जिस व्यक्ति की हत्या करना है। वह स्कूल या चौराहे पर अक्सर आते-जाते रहता है।