मौसम में बदलाव की वजह से सर्दी, बुखार, खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ी है। बच्चों के साथ ही बुजुर्ग, महिलाएं भी इस तरह की समस्या से ग्रसित हो रही हैं। मंडलीय अस्पताल, दीनदयाल अस्पताल, शास्त्री अस्पताल में फिजिशियन की ओपीडी में हर दिन 20 से 30 मरीज आ रहे हैं। इसमें किसी को तीन दिन से अधिक समय से बुखार है तो किसी की सर्दी, खांसी ठीक नहीं हो रही है।

कोरोना और इंफ्लूएंजा एच3एन2 संक्रमण के लक्षण एक जैसे हैं। अस्पतालों में सर्दी, बुखार, खांसी की शिकायत लेकर हर उम्र के मरीज पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार इससे बहुत घबराने की जरूरत नहीं है। थोड़ी सी सतर्कता से इससे बचा जा सकता है। कोविड प्रोटोकॉल ही इससे बचाव का सबसे बेहतर उपाय है। सभी को इसका पालन करना चाहिए।

मौसम में बदलाव की वजह से सर्दी, बुखार, खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ी है। बच्चों के साथ ही बुजुर्ग, महिलाएं भी इस तरह की समस्या से ग्रसित हो रही हैं। मंडलीय अस्पताल, दीनदयाल अस्पताल, शास्त्री अस्पताल में फिजिशियन की ओपीडी में हर दिन 20 से 30 मरीज आ रहे हैं। इसमें किसी को तीन दिन से अधिक समय से बुखार है तो किसी की सर्दी, खांसी ठीक नहीं हो रही है। अब स्वास्थ्य विभाग भी लोगों को इससे बचाव के प्रति जागरूक कर रहा है।

कोरोना का संक्रमण अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। इसके साथ ही एच3एन2 वायरस भी प्रभावी है। दोनों के लक्षण एक जैसे ही हैं। ऐसा होने पर चिकित्सक की सलाह पर जांच कराने के साथ ही जरूरी दवाएं भी लेते रहना चाहिए। दोनों वायरस मुंह और नाक के माध्यम से जाते हैं। ऐसे मे भीड़भाड़ में मास्क लगाने, दूरी बनाए रखने सहित अन्य कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना बहुत जरूरी है। - प्रो. गोपालनाथ, माइक्रोबायोलॉजी विभाग, बीएचयू

आम तौर पर मौसम में बदलाव की वजह से कई तरह के संक्रमण फैलने की संभावना रहती है। जिस तरह से कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, उससे बचाव का कोरोना प्रोटोकॉल ही बेहतर विकल्प है। लोगों को इसका पालन करते रहना चाहिए। किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।

स्वास्थ्य विभाग संक्रमण पर नियंत्रण को लेकर पूरी तरह तैयार है। जिला अस्पताल में बेड रिजर्व करने के साथ ही अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों पर टीम को अलर्ट कर दिया गया है। जिस किसी को भी लक्षण दिखे, वह निशुल्क जांच करवा सकता है। 

- बुखार, खांसी, शरीर में दर्द, गले में खराश
- दस्त, कमजोरी, नाक बंद होना, बार बार छींक आना
- सांस लेने में परेशानी

ऐसे करें बचाव

- भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
- लक्षण दिखने पर मास्क लगाकर ही बाहर निकलें।
- तीन दिन से अधिक बुखार रहने पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
यहां करा सकते हैं निशुल्क जांच
- दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल

- शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा
- बीएचयू शताब्दी सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक

- लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल रामनगर
- स्वामी विवेकानंद अस्पताल भेलूपुर