न्यूयॉर्क । भारत संयुक्त राष्ट्र महासभा में उस प्रस्ताव पर मतदान के समय गैर-हाजिर रहा जिसमें फिलिस्तीनी क्षेत्र पर इजरायल के लंबे समय से जारी कब्जे के कानूनी परिणामों पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय से राय ली गई है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में पूर्वी यरुशलम सहित फिलिस्तीन अधिकृत क्षेत्र में फिलिस्तीनी लोगों के मानवाधिकारों को प्रभावित करती इजरायली गतिविधियों नामक मसौदा प्रस्ताव पर मतदान हुआ। भारत ने इस वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।
प्रस्ताव के पक्ष में 87 जबकि विरोध में 26 वोट पड़े। भारत सहित 53 सदस्य मतदान के दौरान अनुपस्थित रहे। प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च न्यायिक निकाय अंतरराष्ट्रीय न्यायालय से इस मामले पर सलाह देने का अनुरोध किया गया है कि 1967 के बाद से फिलिस्तीनी क्षेत्र पर कब्जा करके बस्तियां बसाकर और आक्रमण करके इजरायल की ओर से किए जा रहे फिलिस्तीनी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार के उल्लंघन के क्या परिणाम हो सकते हैं।
अमेरिका और इजरायल ने मसौदा प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया जबकि ब्राजील जापान म्यांमार और फ्रांस मतदान से दूर रहे। दूसरी ओर नब्लस शहर में इजरायली सैनिकों के बीच हुई झड़प में कम से कम 35 फिलिस्तीनी घायल हो गए। फिलिस्तीनी रेड क्रीसेंट सोसाइटी (पीआरसीएस) ने कहा कि घायलों में से दो को गोलियां लगीं तीन को रबर की परत वाली धातु की गोलियां लगीं और 25 को पत्थर फेंकने वाले फिलिस्तीनियों को तितर-बितर करने के लिए इजरायली सैनिकों की ओर से छोड़े गए आंसू गैस के कारण सांस लेने में तकलीफ हुई।