इस बार के बजट में सोने के आयात शुल्क में कटौती हो सकती है। इससे जेम्स एंड ज्वेलरी क्षेत्र के निर्यात और विनिर्माण को बढ़ावा मिल सकता है। वाणिज्य मंत्रालय ने इसकी सिफारिश वित्त मंत्रालय से की है। इस साल जुलाई में लगातार बढ़ रहे चालू खाता घाटा और सोने के आयात पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने आयात शुल्क को 10.75 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया था। इसमें 2.5 फीसदी कृषि इन्फ्रा डेवलपमेंट सेस भी है।

सूत्रों ने बताया कि जेम्स एंड ज्वेलरी उद्योग ने वाणिज्य मंत्रालय से शुल्क में कटौती की सिफारिश की है। इसके बाद वाणिज्य मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय से इसकी सिफारिश की है। मंत्रालय ने इसके साथ ही कुछ अन्य आयातित उत्पादों के विनिर्माण और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उन पर भी शुल्क घटाने की मांग की है।हर साल, जेम्स एवं ज्वेलरी निर्यात उद्योग आयात शुल्क में कटौती की मांग करता है।

जेम्स एंड ज्वेलरी निर्यात प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) के पूर्व चेयरमैन कोलिन शाह ने कहा कि उद्योग को उम्मीद है कि इस बजट में निर्यात को बढ़ावा देने और रोजगार पैदा करने के लिए बजट में कुछ फैसला हो सकता है। जेम्स एवं ज्वेलरी निर्यात इस साल अप्रैल-नवंबर में दो फीसदी बढ़कर 26.45 अरब डॉलर हो गया। इसी दौरान सोने का आयात 18.13 फीसदी गिरकर 27.21 अरब डॉलर पर आ गया है।