केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को लोकसभा में जानकारी दी कि 2014 में खेल मंत्रालय का बजट 1219 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 3062 करोड़ रुपये हो गया है। खेलमंत्री खेलों और इस संबंध में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे।उन्होंने बताया कि पहले सिर्फ खेल विभाग का बजट 874 करोड़ रुपये था, जो अब दो हजार करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। खेलमंत्री ने कहा, हम पारंपरिक खेलों जैसे मलखंब, थांग ता, योगसान, गतका और कलपेट्टा को जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाएंगे। मंत्रालय अगले वर्ष 15 अगस्त तक 1000 खेलो इंडिया केंद्र खोलेगा। 733 केंद्र पहले से ही खोलने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

खेल मंत्री ने कहा, नेशनल स्पोर्ट्स कोड संशोधन के सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। खेल संघों में खिलाड़ियों और महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। हाल ही में हुए भारतीय टेबल टेनिस महासंघ के महासचिव अर्जुन अवॉर्डी कमलेश मेहता बने हैं। उन्होंने कहा, यदि दो वोट हैं तो उसमें एक महिला का है। उन्होंने कहा, एक अप्रैल 2023 से खेल संघों के संबंध में शिकायत और सुझाव ऑनलाइन किए जाएंगे। उन्होंने शनिवार को होने वाले भारतीय ओलंपिक संघ के चुनाव पर ज्यादा नहीं बोला, जिसमें अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार पीटी उषा हैं।

खेलमंत्री ने कहा, किसी भी टूर्नामेंट में शामिल होने से पहले, बीच में और बाद में खिलाड़ियों से प्रधानमंत्री संवाद करते हैं। प्रधानमंत्री कहते हैं कि आपके पदक जीतने से पूरा देश गौरवान्वित होता है। इससे एक भारत और श्रेष्ठ भारत की भावना सशक्त होती है। पूर्व में ऐसा कम ही हुआ होगा, जब प्रधानमंत्री खिलाड़ियों का इतना मनोबल बढ़ाते हैं। उसके परिणाम सबको दिख रहे हैं। टोक्यो ओलंपिक में सात, पैरालंपिक में 19 और डेफ ओलंपिक में 16 पदक जीते। भारत ने पहली बार थॉमस कप जीता। हमारी बेटियां भी कमाल कर रही हैं। निकहत जरीन ने विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण, प्रवीण और मनीषा ने कांस्य पदक जीतकर हमें गौरवान्वित किया।

उन्होंने हरियाणा के सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल के सवाल पर कहा, आपके यहां फोगाट बहनें, रवि दहिया और नीरज चोपड़ा हैं। इन सबसे के बावजूद हम प्रधानमंत्री की भावना के अनुरूप हम टीम इंडिया के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, खिलाड़ी किसी भी राज्य से हों और कोई भी भाषा बोलते हों। वे टीम इंडिया का हिस्सा हैं।

खेलमंत्री ने बताया कि हमारे पास देशभर में 16 हजार इंडोर स्टेडियम, खुले मैदान और हॉकी स्टेडियम हैं। 21 खेलों में 398 कोच रखने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा, खेलों को बढ़ावा देने में राज्यों का महत्वपूर्ण योगदान है। केंद्र सरकार देश में खेलों को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।