उप्र की आयकर टीमों ने इंदौर और देवास में मारे छापे, कार का बोनट भी खुलवाकर देखा
इंदौर । तेल-तिलहन के कारोबार से जुड़े कारोबारियों के दरवाजों पर गुरुवार अलसुबह उत्तर प्रदेश के आयकर अफसरों ने दस्तक दी। कानपुर-झांसी से आए आयकर अधिकारियों ने इंदौर और देवास के बाहेती बंधुओं व उनकी फैक्ट्री, फर्म पर छापा मारा। उप्र से लेकर इंदौर-देवास तक में एक साथ सुबह साढ़े छह बजे से जांच शुरू हुई। छापों के केंद्र में कानपुर का बड़ा वनस्पति तेल कारोबारी समूह मयूर ग्रुप है। सुबह छह बजते-बजते जैसे ही कानपुर में कार्रवाई शुरू हुई, 15 मिनट बाद ही इंदौर-देवास में टीमों ने छापा मार दिया।
आयकर इंवेस्टिगेशन विंग उप्र की टीमें इंदौर के रेसकोर्स रोड स्थित बाहेती एग्रोलिंक कंपनी, देवास के सिया ग्राम स्थित कृष्णा फूड प्रोडक्ट पर जांच कर रही हैं। कंपनियों के संचालकों रवि बाहेती, मयूर बाहेती के पलासिया के प्रिंसेस स्क्वेयर स्थित दो फ्लैटों पर जांच की जा रही है। रेसकोर्स रोड स्थित मौर्या सेंटर में इनकी फर्म का दफ्तर भी आयकर की जांच के दायरे में हैं।
बुधवार शाम की इंदौर पहुंच गई थी टीमें
बाहेती बंधुओं का दो पीढ़ी पुराना वनस्पति तेल, डीओसी से जुड़ा व्यापार है। देवास की जिस फैक्ट्री में जांच चल रही है वहां देश की नामी बिस्कुट कंपनी के लिए बिस्कुट का जाब वर्क पर उत्पादन भी होता है। छापे के लिए उप्र की टीमें बुधवार शाम ही इंदौर पहुंच गई थी। आधी रात के बाद आयकर अधिकारियों ने पुलिस के उच्चाधिकारियों से संपर्क कर जांच में सहयोग के लिए पुलिस बल की मांग की। इसके बाद अलसुबह कानपुुर से सिग्नल मिलते ही कार्रवाई शुरू कर दी गई। सूत्रों के मुताबिक, उप्र के 35 ठिकानों के साथ मप्र में कुल 15 ठिकानों पर जांच चल रही है।
दस्तावेज, रिकार्ड कब्जे में लिए
बताया जा रहा है कि कानपुर के बड़े वनस्पति तेल प्रोसेसर्स और फूड प्रोडक्ट निर्माण से जुड़े मयूर ग्रुप से कारोबारी रिश्तों के चलते इंदौर-देवास की फर्में जांच के दायरे में आई है। उप्र की आयकर टीमों ने इंदौर के पलासिया स्थित बाहेती बंधुओं के दफ्तर और फ्लैटों से दस्तावेज, कारोबारी रिकार्ड, इलेक्ट्रानिक गैजेट्स कब्जे में लिए हैं। टीमों ने बिल्डिंग के आसपास भी सर्च की।
मर्सिडीज कार खुलवा कर जांची
दोपहर में आयकर अधिकारियों ने बिल्डिंग में खड़ी बाहेती बंधुओं की गाड़ियों की भी बारीकी से जांच की। मर्सिडीज कार नंबर सीटी-3300 की बैटरी डाउन होने पर मालिकों ने बोनट नहीं खुलने की बात कही तो तकनीकी मदद लेकर कार खुलवाई गई। सूत्रों के अनुसार, तेल के आयात में बड़े पैमाने पर कर चोरी की आशंका में जांच की जा रही है। खास बात है कि इंदौर के आयकर विभाग को भी छापे शुरू होने तक कार्रवाई की भनक नहीं लगने दी गई।