मानसून की राह में अल नीनो का अड़ंगा
भोपाल। बारिश पूरी तरह से थम चुकी है और दिन में चुभने वाली धूप लग रही है। शनिवार की सुबह के समय मौसम साफ रहा और दिन चढऩे के साथ साथ गर्मी ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले एक सप्ताह यही हालात रहने वाले हैं। जिससे वातावरण में गर्मी बढ़ेगी। क्यांकि प्रशांत महासागर में उठने वाली गर्म हवाओं का तूफान/अल नीनो/ के कारण मानसूनी हवाओं का रुख बदल गया है और मानसून अक्ष हिमालई की तराई में जा पहुंची है। इस कारण से भोपाल सहित पूरे अंचल में बारिश के कोई असार नजर नहीं आ रहे हैं। गर्मी के कारण भले ही इस एक सप्ताह में छुट-पुट बारिश हो सकती है। लेकिन झमाझम बारिश के लिए अभी इंतजार करना होगा।
अल-नीनो इफेक्ट मौसम संबंधी एक विशेष घटना की एक स्थिति है, जो मध्य और पूर्वी प्रशांत सागर में समुद्र का तापमान सामान्य से अधिक होने पर बनती है। आसान भाषा में समझे तो इस इफेक्ट की वजह से तापमान काफी गर्म हो जाता है। इसकी वजह से पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में रहने वाला गर्म सतह वाला पानी भूमध्य रेखा के साथ पूर्व की ओर बढऩे लगता है, जिससे भारत के मौसम पर असर पड़ता है। ऐसी स्थिति में भयानक गर्मी का सामना करना पड़ता है और सूखे के हालात बनने लगते हैं। इस वक्त अलनीनो का असर बंगाल की खाड़ी में बन रहे हवाओं के चक्रवात को कमजोर करने पर पड़ा है। क्येांकि बंगाल की खाड़ी में जब हवाओं का चक्रवात बनता है तो उसके चलते मानसून अक्ष उत्तर की ओर बढ़ती है इससे ग्वालियर सहित अंचल भर में बारिश होती है ।लेकिन अल नीनो की गर्म हवाओं से बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र कमजोर हुआ है । अगले एक सप्ताह से तक कोई सिस्टम बनता दिखाई नहीं दे रहा है। हालांकि मौसम वैज्ञानिक हुुकुम सिंह का हना है कि 15 अगस्त के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बनेगा जिससे 20 अगस्त के आसपास बारिश होगी।