मानसून पहुंचा हिमालय की तराई में
भोपाल । बंगाल की खाड़ी से आया कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर पड़ गया है। इस कारम सोमवार को बारिश का सिलसिला थम गया। मानसून अब हिमालय की तराई में पहुंच गया है। इस कारण 12 अगस्त तक शहर सहित जिले में बारिश की संभावना नहीं है। आठ अगस्त से आसमान साफ हो जाएगा, जिससे उमस भरी गर्मी बढ़ेगी। दिन के तापमान में बढ़तोरी दर्ज होगी। गर्मी के कारण बादल भी छाएंगे।
बंगाल की खाड़ी से आए कम दबाव के क्षेत्र की वजह से चार दिनों में शहर में झमाझम बारिश हुई। मौसम में भी ठंडक रही, लेकिन कम दबाव का क्षेत्र उत्तर पूर्वी मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश की ओर चला गया। इस वजह से बारिश नहीं हो सकी। शहर में बादल ही छाए। दिन में चार से छह किमी प्रतिघंटा की गति से हवा चलने से उमस से राहत रही, लेकिन यह राहत एक दिन की है। अधिकतम तापमान सामान्य रहा। मौसम केंद्र भोपाल के रडार प्रभारी डा वेदप्रकाश सिंह का कहना है कि चार से पांच दिनों तक बारिश की संभावना नहीं है।
शहर में फिर से बारिश का दौर कमजोर हो गया है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन चार दिन तेज बारिश की उम्मीद कम है, हालांकि धूप खिलने के बाद लोकल क्लाउड बनकर गरज चमक के साथ हल्की और मध्यम बारिश हो सकती है। सीजन में बारिश का आंकड़ा अब सामान्य से 101 मिमी कम हो गया है। शहर में अब तक मानसून की गतिविधियां कमजोर रही हैं। हल्की और मध्यम बारिश के दौर भले ही चल रहे हो लेकिन तेज बारिश के दौर लगातार नहीं बने हैं, इसलिए शहर में अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है। बुधवार को भी शहर में मौसम का मिजाज इसी तरह रहा। कभी हल्की धूप रही तो कभी बादल रहे, यह स्थिति दिन भर दिखाई दी। हालांकि 14-15 अगस्त के बाद नया सिस्टम एक्टिव होने से फिर मानसून गति पकड़ेगा और बारिश का अगला दौर शुरू होने की उम्मीद है।
मानसूनी सिस्टम के एक्टिव नहीं होने से अगले 24 घंटे में कहीं भी तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है। कुछ जगहों पर बूंदाबांदी जरूर हो सकती है। भोपाल में बादल छाए रहेंगे। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग में बारिश हो सकती है।