आदिम जाति कल्याण विभाग के गबन मामले में सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर इंदौर से गिरफ्तार
बुरहानपुर । आदिम जाति कल्याण विभाग ने हुए करीब 10 करोड़ से ज्यादा के गबन मामले में लालबाग पुलिस ने नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक के सेवानिवृत प्रबंधक को इंदौर से गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित राजेंद्र कुमार पांडे निवासी कान्यकुब्ज नगर इंदौर ने शाखा प्रबंधक रहते मुख्य आरोपित नारायण पाटिल की सरकारी धन का गबन करने में मदद की थी। पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि लालबाग पुलिस द्वारा आदिम जाति कल्याण विभाग के आरोपी द्वारा वर्ष 2015-2016 में नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक की मुख्य शाखा में शाखा प्रबंधक के पद पर पदस्थ था। नारायण पाटिल सहायक आयुक्त के हस्ताक्षर करके भुगतान के लिए पत्रों को बैंक में लगाता था। राशि के आहरण हेतु लगाए गए पत्रों और उस पर किए हस्ताक्षर को शाखा प्रबंधक वेरिफाई किए बिना व्हाउचर बनाकर डीडी जारी कर देता था। जबकि सहायक आयुक्त के वास्तविक हस्ताक्षर बैंक के पास मिलान करने हेतु उपलब्ध रहते है।
पुलिस टीम द्वारा रिटायर्ड शाखा प्रबंधक राजेंद्र कुमार पांडे को उसके इंदौर स्थित निवास से गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण की विवेचना में पुलिस द्वारा आरोपियों के बैंक खातों और उनसे हुए लेनदेन की जानकारी जुटाई जा रही है, जिनके माध्यम से शासकीय राशि का गबन किया गया था। उल्लेखनीय है कि इस मामले में लालबाग थाना पुलिस अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें मुख्य आरोपित आदिम जाति कल्याण विभाग का लेखा शाखा प्रभारी नारायण पाटिल और चपरासी मनोज पाटिल भी शामिल है। चार आरोपित फरार है। उनकी तलाश के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।