रीवा 10 अप्रैल 2023. सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सिंगरौली जिले से आयी 26 वर्षीय गर्भवती महिला को बार-बार चक्कर और बेहोशी आने के कारण सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। अस्पताल के ह्दय रोग विभाग में डॉ. एसके त्रिपाठी ने देखा तो मालूम हुआ कि मरीज की ये हालत बार-बार कम्पलीट हार्ट ब्लाक के कारण हो रही थी। ऐसे में महिला की जान बचाने के लिए डॉ. एसके त्रिपाठी ने डबल चेम्बर पेसमेकर लगाने का निर्णय लिया। यह केस अपने आप में बहुत ही दुर्लभ था जिसमें इतनी कम उम्र में किसी गर्भवती महिला को पूरी तरह से हार्ट ब्लाक हुआ हो।

                पूरे विन्ध्य क्षेत्र और प्रदेश में ऐसे एक दो केस ही हुये हैं। डबल चेम्बर पेसमेकर लगाना बहुत ही जटिल था। टीम वर्क और प्रापर प्लानिंग के कारण डॉ. एसके त्रिपाठी ने डबल चेम्बर पेसमेकर सफलतापूर्वक इंप्लांट किया। पूरे प्रोसिजर की सफलता में कैथलैब टेक्नीशियन जयनारायण मिश्रा, सुधांशु तिवारी, नर्सिंग स्टाफ, इन्द्रभान माझी और निश्चेतना टीम का अहम योगदान रहा।

                अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव ने बताया कि कार्डियोलॉजी विभाग द्वारा अब तक 1500 से अधिक ह्मदय रोग का उपचार किया जा चुका है। इसमें एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी एवं पेसमेकर ईम्प्लांट शामिल हैं।

न्यूज़ सोर्स : DPR NEWS