उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में मंडप पर बैठे-बैठे एक शादी टूट गई. दुल्हन पक्ष ने जब दूल्हे द्वारा दिए गए गहने देखे तो बोले- ये तो नकली गहने हैं. बस इसी बात पर विवाद छिड़ गया. घराती-बारातियों में बहस शुरू हो गई. दुल्हन पक्ष ने दूल्हे को बंधक बना लिया. इसके बाद जब वर पक्ष ने दुल्हन पक्ष द्वारा दिए गए पैसे लौटाए, तब जाकर दूल्हे को छोड़ा गया. मामला अहरौला क्षेत्र के इब्राहिमपुर गहजी का है. यहां गांव में शादी में नकली जेवर लाने से नाराज कन्या पक्ष के लोगों ने सोमवार भोर में दूल्हे को बंधक बना लिया. दुल्हन ने ससुराल जाने से इनकार कर दिया. दोनों पक्षों के बीच दिनभर पंचायत चली शाम को साढ़े तीन लाख रुपये देने पर कन्या पक्ष के लोगों ने दूल्हे को छोड़ा. इसके बाद बाराती लौट गए.

जानकारी के मुताबिक, इब्राहिमपुर गहजी गांव के रनहे वाले मुन्ना मद्धेशिया की बेटी माला की शादी मऊ जिले के मोहम्दाबाद गोहना थाना क्षेत्र के चकजाफरी गांव के रहने वाले पिंटू साव के साथ तय हुई थी. पिंटू साव का परिवार हावड़ा पश्चिम बंगाल में रहता है. अंबेडकरनगर जिले के राजेसुल्तानपुर के रहने वाले श्रवण मद्धेशिया ने शादी में मध्यस्थता की थी. रविवार को हावड़ा से बारात अहरौला के इब्राहिमपुर गांव पहुंची.

सराफ से करवाई जांच

कन्या पक्ष के लोगों ने उत्साह के साथ बारातियों का स्वागत किया. वरमाल के बाद जब दुल्हन को दूल्हा पक्ष द्वारा लाए गए गहने पहनाए जाने लगे तो अचानक कुछ ऐसा हुआ कि वहां हंगामा मच गया. दरअसल, दुल्हन पक्ष को लगा कि गहने नकली है. उन्होंने तुरंत सराफ को बुलाकर जेवर की जांच कराई. उसने जेवर को नकली बताया. इसके बाद वर और कन्या पक्ष में विवाद होने लगा.

गहने निकले नकली

जेवर नकली होने पर घरातियों ने बारातियों को रोक लिया. दूल्हा और उसके परिवार के लोगों को बंधक बना लिया. दुल्हन ने ससुराल जाने से इनकार कर दिया. पूरे दिन पंचायत चलती रही. शादी की मध्यस्थता करने वाले श्रवण मद्धेशिया, कन्या पक्ष और वर पक्ष की वार्ता में साढ़े तीन लाख रुपये देने पर समझौता हुआ. कन्या पक्ष के लोगों ने कहा कि रुपये देने के बाद ही दूल्हे को छोड़ा जाएगा. शाम को रुपये देने पर कन्य पक्ष के लोगों ने दूल्हे को छोड़ा.